अखिलेश का दलित वोट पर फोकस क्यों ? अखिलेश का साथ देगा दलित समाज….
Akhilesh yadav : भारत में लोकसभा चुनाव होने वाला है। इसके लिए सभी राजनितिक दल अभी से चुनाव के लिए तैयारी करने में व्यस्त हो गए है।
आपकी जानकारी के लिए आपको ये भी बता दें, की भारत की सत्ता पर विराजमान मोदी सरकार को हारने के लिए अब बहुत से राजनितिक दल एक ही मंच पर आये गए है।
जिससे की अब आने वाले लोक सभा चुनाव अब और भी दिलचस्प हो गया है। सभी राजनितिक दल अपनी हर मुमकिन कोशिश कर रहे है की सत्ता में विराजमन मोदी सरकार को सत्ता से हटाया जाये।
इसके लिए अब राजनितिक दल जनता के बीच में आ गए है और आने वाले लोकसभा चुनाव में वोट की मांग कर रहे है। इसके लिए वह सभी समाज जैसे दलित, वंचित, मुस्लिम, आदिवासी शामिल है।
क्या अखिलेश यादव Akhilesh yadav के साथ है दलित समाज
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव Akhilesh yadav भले यूपी का विधानसभा चुनाव हार गए हो। लेकिन यूपी की जनता आज भी अखिलेश यादव का सम्मान करती है। और उन्हें अपना नेता मानती है।
क्योंकि अखिलेश यादव Akhilesh yadav सदन से सड़क तक बीजेपी की नीतियों का विरूद्ध करते आये है। वह गरीब , पिछड़े, वंचित और दलित समाज की आवाज़ बनते है।
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हाल ही में उन्होंने अपनी पार्टी के नेता सोवामी प्रसाद मौर्य के साथ काशीराम जी की मूर्ती पर हार चढ़ाया था। जिसके बाद उनकी पार्टी के लोगो ने उन्हें काफी सराहा था।
अब सवाल ये है की क्या आगामी चुनाव में क्या दलित, वंचित समाज के लोग क्या Akhilesh yadav का समर्थन करेंगे।
अखिलेश का दलित वोट पर फोकस
उत्तेर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh yadav लगातार दलित, वंचित, पिछड़ी जाति के लोगो का समर्थन कर रहे है। यानी आगामी चुनाव में एक बार फिर से ओबीसी जाती के लोगों का समर्थन चाहिए।
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हाल ही मे उनकी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी एक बयान जारी कर कहा था की रामचरितमानस से कुछ विवादित पंक्तियाँ हटनी चाहिए। रामचरितमानस की पंक्तीय ओबीसी समाज का अपमान करती है।