संसद में Pm Modi ने congress party ,सपा को क्या कहा की सब हंसने लगे?…
कवियों और लेखकों की दुनिया इस दुनिया से थोड़ी अलग होती है. वह कभी कल्पना में जीते हैं, तो कभी हम आपके बीच से कुछ ऐसा निकाल ले आते हैं। जिसका किसी पर ध्यान नहीं जाता! और इन्हें हास्य कलमकारों और कवियों में हाथरस के चाचा का नाम बहुत आता है। (congress party)
और इन्हीं हाथरस के चाचा का ज़िक्र करते हुए देश के प्रधानमंत्री ने भी राजनीतिक तंज कसा अब नरेंद्र मोदी Pm Narendra Modi ने क्या कहा?
यह हम आपको आगे बताएंगे और इसके साथ यह भी बताएंगे की इनके मरते वक्त लोग क्यों हंसने लगे थे? यह बातें आपको अजीब भले लगे, लेकिन यह सभी बातें सोलह आने सच है,इसी क्रम में हम सबसे पहले आपको नरेंद्र मोदी Narendra Modi की बात बताते हैं।
जो उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कंसते हुए कहीं, दरअसल बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री ने बुधवार को लोकसभा lok sabha में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए विपक्षियों तंज कसा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने काका हाथरसी के दोहे , बाघ और शिकारी की एक कहानी के साथ ही दुष्यंत कुमार के एक शेर का जिक्र करते हुए विपक्ष दल की भावना की पोल खोली दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी congress party,सपा samajwadi party और आप पार्टी aap पर तंज कसा
जिसमें मोदी ने संबोधित करते हुए कहा, हमारा देश एक विश्वास से भरा हुआ है। सपने और संकल्प लेकर चलने वाला देश है, लेकिन यहां कुछ लोग ऐसी निराशा में डूबे हैं।
इसी के साथ पीएम ने कहा काका हाथरसी ने बड़ी मजेदार बात कही थी- ‘आगा-पीछा देखकर, क्यों होते गुमगीन, जैसी जिसकी भावना, वैसा दिखे सीन।
वहीं अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जंगल में गए दो नौजवानों की एक कहानी सुनाकर कांग्रेस congress party,सपा samajwadi party और आप पार्टी पर तंज कसा।
जिस कहानी का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा ‘एक बार जंगल में दो नौजवान शिकार करने गए थे और वो गाड़ी में अपनी बंदूक रखकर नीचे उतरकर टहलने लगे, लेकिन गए तो बाघ का शिकार करने थे। उन्होंने सोचा था कि आगे बाघ दिखेगा, लेकिन बाघ वहीं आ गया।
अब करें क्या? उन्होंने बाघ को लाइसेंस दिखाया कि देखो हमारे पास बंदूक का लाइसेंस है नरेंद्र मोदी की यह बात सुनकर आसपास उपस्थित लोग मुस्कुराने लगे तो किसी ने अपनी नजर नीचे कर ली! अपने संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि मैंने कई बार सुना है।
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यहां कुछ लोगों को हॉर्वर्ड का बड़ा क्रेज है। कोरोनाकाल में ऐसा ही कहा गया था और कांग्रेस congress party ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हॉर्वर्ड में केस स्टडी होगी।
पीएम मोदी ने काँग्रेस को उनका इतिहास
वही नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस congress party के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा की आजादी के इतिहास में वह सबसे ज्यादा घोटालों का दशक रहा। यूपीए के वही दस साल में कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के हर कोने में आतंकी हमलों का सिलसिला चलता रहा।
चारों तरफ यही सूचना रहती थी कि अनजानी चीज को हाथ नहीं लगाना, दूर रहना। दस साल में जम्मू-कश्मीर से पूर्वोत्तर तक हिंसा ही हिंसा थी।
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भारत की आवाज ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी। ये 2जी में फंसे रहे। जब असैन्य परमाणु करार हुआ, तब ये वोट के बदले नोट में फंसे रहे! जिन हाथरस के काका का जिक्र नरेंद्र मोदी ने किया। उनको लेकर एक बात बहुत प्रसिद्ध है की उनके मरने के बाद लोग ठहाके मारकर खूब हंसी थी। क्योंकि उन्होंने अपनी वसीयत में लिखा था की मेरी मौत पर कोई रोए नहीं बल्कि हंसें।
और इसीलिए एक तरफ हाथरस के काका की चिता जल रही थी। तो उसी वक्त दूसरी तरफ हास्य कवि सम्मेलन हो रहा था। जिसमें लोग खूब ठहाके लगाकर मुस्कुरा रहे थे,