मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने समान नागरिक संहिता (UCC) कानून का किया विरोध कहा ….
भारत के प्रधानमंत्री मोदी को एक बार फिर मुस्लिम समाज की चिंता सता रही है। हाल ही मे पीएम मोदी PM Modi ने Uniform Civil Code कानून को भारत मे लाने का फैसला कर लिया है।
जिसके चलते मुस्लिम के लोग मोदी सरकार के द्वारा लाए गए ucc कानून का पूर्ण रूप से विरोध कर रहे है।

इसी के साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड india muslim personal law board ने भी सभी भारतीय मुस्लिमों से Uniform Civil Code कानून का बहिष्कार करने की अपील की है। और कहा की मोदी सरकार के द्वारा लाया गया ये कानून सही नहीं है। हम इसका विरोध करते है।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने Uniform Civil Code का किया विरोध
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड india muslim personal law board पीएम मोदी के Uniform Civil Code कानून का विरोध करते हुए कहा की हम ucc कानून का पूरी तरह से बहिष्कार करते है।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने Uniform Civil Code कानून का विरोध करते हुए कहा की वह अपने धार्मिक पुस्तक, पवित्र कुरान के बताए हुए कानून का ही पालन करते है।
हम किसी अन्य धर्म के कानून का पालन नहीं कर सकते है। क्योंकि हर एक मुस्लिम समाज का व्यक्ति स्वयं को पवित्र कुरान के नियम को ही मानता है।
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मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ये भी कहा की भारतीय मुस्लिम किसी भी प्रकार से अपनी पहचान को खोना नहीं चाहते है। और साथ ही ये भारतीय संविधान के खिलाफ है। और भारत का संविधान विभिन्न धर्मों को धार्मिक पालन करने की आजादी देता है।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लिखा विधि आयोग को पत्र
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लिखा विधि आयोग को पत्र लिख कर संविधान के अनुच्छेद 25, 26, 29 पर जोर डालने को कहा और साथ ही ये भी कहा की समान नागरिक संहिता पूर्ण रूप से जटिलताओं से भरा हुआ है।
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1949 मे भी समान नागरिक संहिता कानून पर जोर दिया गया था तब भी मुस्लिम समाज ने इसका विरोध किया था। भारत का संविधान सभी धर्म , जाति, के लोगों को एक जुट रखने का संकेत देता है।