Gujraat election: हिमाचल और गुजरात चुनाव एक साथ क्यों नहीं, बीजेपी …..
Gujraat election: यूपी चुनाव खत्म होने के बाद अब बारी गुजरात चुनाव की है। यूपी चुनाव के बाद अब गुजरात में बराबरी का चुनाव होने वाला है। जिसमे आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच करारी टक्कर होने वाली हैं।
हाल ही में चुनाव आयोग ने अब चुनाव की घोषणा कर दी है। जिसमे गुजरात चुनाव और हिमाचल प्रदेश चुनाव अलग अलग समय में होंगे
हालंकि पीएम मोदी ने भले कभी कहा हो की एक देश एक चुनाव लेकिन फिलहाल पीएम मोदी के इस जुमले को चुनाव आयोग ने नकार दिया है।
और गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के बीच का समय लगभग टेढ़ माह रखते हुए दोनो राज्यों में अलग अलग चुनाव की तैयारियों के आदेश जारी किए हैं।
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अब सवाल उठता है की पीएम मोदी क्यों देश में एक चुनाव करना चाहते हैं।
एक देश एक चुनाव क्यों
ये एक बड़ा सवाल है जिसने देश की जनता को एक पल सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। बता दें की पिछले साल हिमाचल प्रदेश में चुनाव के दाैरान भाजपा सरकार पर आरोप लगाया गया था, की हिमाचल प्रदेश के चुनाव की घोषणा हो गई और गुजरात में नही हुई इसका ये बड़ा कारण बताया गया है
कि बीजेपी को गुजरात में विकास दिखाने के लिए समय चाहिए था। और अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना था।
जिसके बाद से पीएम मोदी ने इस बात को मद्दे नज़र रखते हुए कई राज्यों के मंच पर एक देश एक राज्य को लेकर बात भी की है।
वहीं पीएम मोदी ने सभी राज्य सरकारों और विपक्षी दलों से भी चर्चा की है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह का कहना है की एक देश एक चुनाव से देश का पैसा बचेगा और देश का विकास भी बड़ेंगा।
हिमाचल प्रदेश Gujraat election में भाजपा पर लग रहे आरोप
पिछले बार की तरह इस बार भी चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव और हिमाचल प्रदेश चुनाव अलग अलग कराने का फैसला कर लिया है।
जिसके बाद से बीजेपी पर विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग पर दबाव बनाया था। इस बार भी हिमाचल प्रदेश और गुजरात चुनाव में काफी समय का अंतर रखा गया है।