chunav aayog: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर उठाया …
chunav aayog: भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र है। यहां पर जनता को अपनी सरकार को चुनने का सम्पूर्ण अधिकार है।
यही नहीं बल्कि भारत में सभी नागरिकों को बोलने, खाने और पहनने का भी संपूर्ण अधिकार है। और किसी भी धर्म में आस्था रखने की भी संपूर्ण अधिकार है।
इस लिए ही भारत को स्वतंत्र राष्ट्र माना जाता है। लेकिन कुछ समय के अंतराल में यदि देखा जाए तो भारत में मौजूदा सरकार और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
जिसके चलते अब सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार और चुनाव आयोग पर दबाव डालना शुरु कर दिया है। क्योंकि विपक्ष का गंभीर आरोप है की देश का चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव नहीं कर रहा है।
वह एक ही पार्टी के हित के लिए ही कार्य कर रहा है। जो देश और देश की जनता के साथ अन्याय है। यदि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव नहीं करता है
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तो देश और देश की जनता को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। जिसके चलते अब सुप्रीम कोर्ट ने देश के विकास और निर्माण के हित को सामने रखते हुए केंद्र सरकार और chunav aayog से सवाल किए है।
chunav aayog पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार
जिस प्रकार से देश में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लग रहे हैं उसके बाद अब चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल पूछना भी शुरू कर दिया है।
कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा की है चुनाव आयुक्त अरुण गोयल को इतनी जल्दी क्यों नियुक्त किया गया है। क्या नियुक्ति प्रक्रिया इतनी जल्दी होती है।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है की इतनी भी जल्दी क्या थी। चुनाव आयुक्त को नियुक्त करने की 24 घंटे के भीतर ही कैसे नियुक्त किया जा सकता है।
वहीं कोर्ट ने कुछ chunav aayog के नियुक्त अधिकारियों के नाम दाखिल करने की वजह जानी है।
केंद्र सरकार ने कोर्ट को बताई वजह
कोर्ट के सवालों के जवाब में केंद्र सरकार ने कहा की नियम व कानून के तहत ही सभी कार्य प्रक्रिया की गई है। यानी चुनाव आयुक्त को नियमों का पालन करते हुए ही नियुक्त किया गया हैं।
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वही कोर्ट अभी इस बात से सहमत नहीं हुआ और कोर्ट ने अभी फैसले को अपने पास ही रखा है।
और आने वाले समय में कोर्ट ही chunav aayog और चुनाव आयुक्त को नियुक्त कर सकता है।