Manipur हिंसा के चलते हालात खराब कौन है जिम्मेदार ?
मणिपुर में जो हिंसा उभर कर सामने आई है। Manipur के हालत लगातार बेकाबू होते जा रहे है। चारों ओर आग ही आग नज़र आ रही है। सूत्रों के मुताबिक पता चला है की मणिपुर के हालत गंभीर होने के कारण राज्य के ग्रह मंत्री सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी कर कहा है
की किसी भी हिंसा फ़ैलाने वाले व्यक्ति को देखते ही गोली मार दी जाये। हालाँकि इस आदेश के साथ एक शर्त भी है
की जब हालत और बेकाबू हो जाएँ और हिंसा फ़ैलाने वाले लोग पुलिस बल और कानून का उल्लंघन करें तब इस मामले के अंतर्गत गोली चलाई जाये।
क्या मणिपुर हिंसा का पूरा मामला
आपकी जानकारी के लिए अपको बता दें, की मणिपुर मे हुई हिंसा के पीछे एक लंबी कहानी है। आपको बता दें की मणिपुर Manipur के कुछ ऐसे पहाड़ी इलाके है की जहां पर केवल आदिवासी समाज के लोग रहते है। सूत्रों के मुताबिक हजारों आदिवासियों ने राज्य के कुछ इलाकों मे एक रैली निकली थी।
जिसका उद्देश्य मेइती समुदाय को अनुसूचित जाती का दर्जा देने का विरोध करना है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें, की Manipur में मेइती समुदाय की कुल आबादी लगभग 53% है।
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आदिवासी समुदाय के द्वारा जाती के विरोध में रैली निकलने से Manipur की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गयी।
जिसके बाद मणिपुर की सरकार ने तत्काल मोर्चा संभालते हुए भारी सुरक्षा बालों को तैनात किया और तुरंत इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया। और राज्य के कई इलाकों में रात के समय कर्फु भी लगा दिया है।
कौन है मणीपर Manipur की हिंसा का ज़िम्मेदार
Manipur के हालत लगातार बिगड़ ही रहे है। जिसके चलते मणिपुर के लोग काफी भय में नज़र आ रहे है। मेइती समुदाय को एसटी दर्जा देने के बाद मणिपुर में इस तरह के हालत हुए
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जिसका मणिपुर की सरकार को नहीं मालूम था। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे ने कहा की बीजेपी शासित सरकार ने पूर्ण राज्य की शांति भंग कर दी है।