2024 के लोकसभा इलेक्शन में B J P की इस योजना की हो रही है चर्चा
लोकसभा 2024 इलेक्शन के लिए भाजपा B J P समेत विरोधी दलों ने तैयारियां स्टार्ट कर दी हैं । विरोधी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में भी लोकसभा इलेक्शन की सीटों के बँटवारे पर चर्चा काफी तेज़ हुई हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, फ़रवरी में भाजपा B J P में राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है तथा इसमें पूरे भारत के नेताओं के लिए गाइडलाइंस को आखिरी रूप दिया जाएगा।
सूत्रों का मानना है कि पार्टी नेतृत्व आजकल के सांसदों का टिकट काट सकता है साथ ही साथ पार्टी लोकसभा इलेक्शन में जादातर सीटों पर भी लड़ेगी।
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सूत्रों का ये भी मानना है कि यदि बहुत खास तथा बड़े नेता की बात अगर छोड़ दें तो भाजपा B J P 70 वर्ष से ज़ादा के उम्मीदवारों को इलेक्शन में टिकट नहीं देगी।
बीजेपी B J P में कितने सांसद 70 पार
भाजपा B J P के करीब 56 लोकसभा सांसद 70 वर्ष या उससे ज़ादा की उम्र के हैं जिसमे गिरिराज सिंह, राजनाथ सिंह,राजेंद्र अग्रवाल, एसएल आहलूवालिया, पीपी चौधरी, संतोष गंगवार, रवि शंकर प्रसाद ,राधा मोहन सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाईक, जगदम्बिका पाल, राव इंद्रजीत सिंह, वीके सिंह कुछ नेता शामिल हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी भी 73 वर्ष के हैं न्यूज़ पेपर से सूत्र कहते हैं कि 70 वर्ष से कम उम्र के नेताओं पर फोकस करने का मायने ये नहीं होगा कि पूरे वरिष्ठ नेताओं का टिकट काट दिया जाएगा।
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2019 में भाजपा BJP ने 303 सीटें जीती थीं । इस बार भाजपा 400 पार का नारा दे रही है। गुज़रे लोकसभा इलेक्शन में भाजपा ने 436 कैंडिडेट को चुनावी फील्ड में उतारा था।
भाजपा की पहली लिस्ट जल्दी ही आनेवाली है
एक नेता के अनुसार, कैंडिडेट के नाम का घोषणा जल्दी करने से न केवल पार्टी को मुनाफा होता है बल्कि इससे नेतृत्व कठिन सीटों पर ज़्यादा ध्यान दे पाता है।
2019 लोकसभा इलेक्शन से पूर्व भाजपा ने स्थानीय इलेक्शन से लेकर सांसदी इलेक्शन में चुने गए सभी सदस्यों को इसी तरह ही बैठक में बुलाया गया था ।
किन किन सीटों तथा मुद्दों पर होगा भाजपा का ध्यान
फ़रवरी माह में होने वाली बैठक में कैंडिडेट के नाम का घोषणा, 2019 से ज़्यादा सीटों पर इलेक्शन लड़ने की योजना के बारे में बात होगी।
इसी बैठक में राज्य परिषद, भाजपा के संसदीय दल से करीब 10 फ़ीसदी नेता, नेशनल एग्ज़ीक्यूटिव के साथ साथ वो नेता भी शामिल होंगे, जिन्हें भाजपा प्रमुख बुलाना चाहेंगे।
द हिंदू अखबार ने लिखा है कि 2019 में जब वो बैठक हुई थी, तब भाजपा तीन राज्यों में विधानसभा इलेक्शन हारी थी इस वर्ष ऐसा नहीं है वो सीटें लगभग 160 हो सकती हैं।
जिसे भाजपा ने 2022 में ज़ादा कमज़ोर सीटें माना था इस सीटों पर भाजपा कभी इलेक्शन नहीं जीती तथा दूसरे नंबर पर भी नहीं आई भाजपा पार्टी की कोशिश होगी कि इन सब सीटों पर अपनी पकड़ ज़ादा मज़बूत की जाए।