किसान आंदोलन: किसानों तथा पुलिस में झड़प किसान की मौत
किसान आंदोलन: पंजाब तथा हरियाणा के बीच स्थित खनौरी बॉर्डर पर आज यानि बुधवार को 1 किसान की मृत्यु होने की जानकारी आई है । किसान आंदोलन के साथ – साथ एक गवर्नमेंट डॉक्टर की तरफ से भी इस मृत्यु की पुष्टि की गयी है
जबकि, पंजाब के हरियाणा में पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालते हुए कहा है कि किसान आंदोलन में किसी भी प्रकार की कोई मौत नहीं हुई है । यह केवल एक अफवाह है ।
जब की शंभू बॉर्डर पर आज यानि बुधवार दोपहर सुरक्षाबलों की तरफ से किसानों पर जो आँसू गैस के गोले छोड़े गए हैं. उस समय की आई फोटो में जगह जगह धुआँ तथा अफ़रा-तफ़री का फैला हुवा माहौल देखा जा सकता है ।
प्रदर्शनकारी की गोली लगने के वजह से मौत
किसानो के नेताओं का कहना है कि पंजाब के हरियाणा की सीमा पर मौजूद खनौरी बॉर्डर पर 1 किसान की गोली लगने की वजह से मौत हो गई है । किसान नेता ने उस मृतु के बारे में मीडिया से भी बात की है ।
- OBC Voters:लोकसभा इलेक्शन में क्या ओबीसी वोटर गेम बदलने वाले साबित होंगे?
- Electoral Bonds को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने SBI को दिया प्रतिक्रिया जताई निराशा
- Nitin Gadkari: नितिन गडकरी को लेकर क्या भाजपा ने अनुमान पर रुकावट लगा दिया है?
पटियाला के एक गोरनमेंट अस्पताल ने भी शुभकरण सिंह नाम के युवक की मृतु की पुष्टि की है ।तथा दूसरी तरफ हरियाणा की पुलिस ने किसी भी तरह की मौत की बात को अफ़वाह बताया है ।
हॉस्पिटल के डॉ. हरनाम सिंह रेखी ने साफ़ कहा है कि किसान आंदोलन के समय खनौरी बॉर्डर गोलीबारी में करीब 24 वर्षीय शुभकरण सिंह की मृतु हो गई है ।
ये भी पढ़ें : अन्नदाता आंदोलनकारियों पर ड्रोन का प्रयोग कितना सही ?
डॉक्टर ने कहा, मृतु का सही वजह सिर के पीछे गोली का लगना है । उनको मौत की ही अवस्था में पटियाला के राजिंदरा के गोवेनमेंट मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल लाया गया था” ।
डॉक्टर ने बताया है कि पूरी जानकारी पोस्टमार्टम होने के बाद ही सब कुछ सामने आएगी । लाश को हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है ।
हॉस्पिटल के हिसाब से शुभ करण सिंह जिनकी मौत हुए है बठिंडा ज़िले के बालोन गांव के निवासी थे ।