Babun Banerjee: सीएम ममता बनर्जी ने छोटे भाई बाबुन से बोलीं - 35 रुपए कमाकर पाला था, अब सब रिश्ते नाते ख़त्म - सत्य न्यूज़ हिंदी

Babun Banerjee: सीएम ममता बनर्जी ने छोटे भाई बाबुन से बोलीं – 35 रुपए कमाकर पाला था, अब सब रिश्ते नाते ख़त्म

Babun Banerjee
 

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Babun Banerjee: पश्चिम बंगाल की सीएम तथा तृणमूल कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कल यानि बुधवार को कहा कि वे अपने सबसे छोटे भाई स्वपन बनर्जी, जिनको बाबुन बनर्जी Babun Banerjee के नाम से भी जाने जाते है, उनके के साथ अपने सभी प्रकार के रिश्ते नाते तोड़ रही हैं ।

अपने ही छोटे भाई पर ममता बनर्जी की ये विवेचना मीडिया में ज़बरदस्त छाई हुई है । इस खबर को राजधानी दिल्ली से लेकर कोलकाता तक निकलने वाले जादातर अख़बारों ने जगह दी है ।

इंग्लिश अख़बार द हिंदू ने इस खबर पर लिखा है कि सीएम का ये ज़िक्र तब आया है जब एक दिन पूर्व ही सीएम के भाई ने कहा था कि वह लोकसभा इलेक्शन में हावड़ा से लेकर तृणमूल कांग्रेस के कैंडिडेट प्रसून बनर्जी के विरुद्ध बतौर पक्षरहित इलेक्शन लड़ेंगे ।

बाबुन बनर्जी कोलकाता के खेल दुनिया में एक प्रसिद्धि नाम हैं तथा उनके फुटबॉलर और हावड़ा से बने सांसद प्रसून बनर्जी के साथ गहरे असम्मति हैं ।



एक व्यक्तिगत चैनल से बात चीत करते हुए उन्होंने कहा था, “हमको प्रसून बनर्जी से प्रत्यूर्जता है । मैं उनके विरुद्ध निर्दलीय इलेक्शन लड़ सकता हूँ ।

आखिर क्या है इस विखंडन की वजह

सीएम ममता बनर्जी के 6 भाई में सबसे छोटे भाई Babun Banerjee बंगाल के ओलंपिक एसोसिएशन, बंगाल हॉकी एसोसिएशन के संचालक तथा , बंगाल बॉक्सिंगसंघ के सेक्रेटरी तथा राज्य की सत्तासीन पार्टी के खेल विंग के प्रभारी भी हैं ।

प्रसून बनर्जी हावड़ा सीट से 2 बार वर्ष 2014 तथा साल 2019 में लोकसभा इलेक्शन जीत चुके हैं ।

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अख़बार द हिंदू के खबर के मुताबिक बाबुन बनर्जी हावड़ा से इलेक्शन लड़ना चाहते थे तथा वहीं से वो मतदाता भी हैं मगर जब गुज़रे दिनों TMC की कॅंडिडेट की लिस्ट निकली तो हावड़ा से प्रसून बनर्जी को टिकट मिला ।

ममता बनर्जी ने दिया Babun Banerjee को आयु का तंज़

सीएम ममता बनर्जी ने भाई से अप्रसन्न ममता बनर्जी ने कल यानि बुधवार को कहा, “कभी-कभी कुछ लोग आयु बढ़ने के साथ-साथ परिग्राही हो जाते हैं । सब इलेक्शन में वह परेशानी खड़ी करते हैं । हमको परिग्राही यानि लालची लोग बिलकुल पसंद नहीं हैं” ।

ममता ने सिलिगुड़ी में रैली के समय ये भी कहा, “ मेरा भाई भूल गया है कि पिता के मृत्तु के बाद फैमली ने उन का पालन-पोषण कैसे किया । वे केवल ढाई वर्ष के थे तथा हमने सिर्फ 35 रुपये कमा कर उसको पाला है ।

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