राजधानी दिल्ली की हवा हुई जहरीली और CPCB की बाहर ना जाने की नसीहत

राजधानी दिल्ली की हवा हुई जहरीली और CPCB की बाहर ना जाने की नसीहत

राजधानी दिल्ली की हवा हुई जहरीली और CPCB की बाहर ना जाने की नसीहत
 

राजधानी दिल्ली की हवा हुई जहरीली और CPCB की बाहर ना जाने की नसीहत

राष्ट्रीय राजधानी की हवाओं में दिवाली के बाद से ही घुला है जहर। दिल्ली NCR समेत आसपास के कई क्षेत्रों में जहरीली हवाओं का प्रकोप काफी तेज है, जो कम नहीं हो रहे हैं। शनिवार की सुबह तकरीबन 8 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 499 दर्ज किया गया था, जो खतरे की निशानी है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर के नोएडा का 772 और गुरुग्राम का 529 एक्यूआई (AQI) रिकॉर्ड किया गया था।

जहरीली हवाओं के कारण लोगों को सांस लेने में, आंखों में जलन और आंखों से आंसू निकालना, जैसी दिक्कतें हो रही है। इस जहरीली हवाओं के प्रकोप से बचने के लिए केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने लोगों को घर से बाहर निकलने से बचने को कहा है और सरकारी एवं निजी कार्यालयों को वाहनों में कटौती का निर्देश दिया है। वाहन का उपयोग कम से कम 30 प्रतिशत तक करने को कहा है।

LNJP अस्पताल के एमडी डॉ सुरेश कुमार ने कहा, कि दिवाली के बाद से जहरीली हवाओं के कारण 10-15 प्रतिशत मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। प्रतिदिन पैदा हो रहे बच्चों में 3 से 4 बच्चे को अस्थमा, एलर्जी एवं सांस लेने में दिक्कत और आँख से पानी निकलने जैसी समस्याएं हो रही है। इससे बचने के लिए तुरंत में कोई ठोस कदम उठाना चाहिए।

आपको बता दें कि जब एक्यूआई (AQI) शून्य से 50 के बीच रहता है तब ‘अच्छा’ माना जाता है और जब एक्यूआई 401 से 500 के बीच होता है तब गंभीर माना जाता है, जो कि खतरे को सूचित करता है। यह तब संतोषजनक माना जाता जाता है, जब एक्यूआई 51 से 100 के बीच होता है।

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समाचार एजेंसी के ANI के मुताबिक, राजधानी दिल्ली का प्रदूषण स्तर काफी खराब है। कनोट प्लेस में एक युवती ने बताया कि दिल्ली का आबो हवा में घूमना-फिरना खतरे से खाली नहीं हैं। जहरीली हवाओं की वजह से सांस लेने में दिक्कतें हो रही है एवं आंखों से पानी निकलता है। पराली जलाना एवं वाहनों से होने वाला प्रदूषण भी दिल्ली में ज्यादा प्रदूषण का कारण एक कारण है।

प्रदूषण की तुरंत रोकथाम के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक बुलाई है। जिसमें दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र राय, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय एवं दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी मौजूद रहे।

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा था, हमें बताएं कि हम एक्यूआई को 500 से कम से कम 200 अंक कैसे कम कर सकते हैं। कुछ जरूरी उपाय करें। क्या आप दो दिन के लॉकडाउन या कुछ और के बारे में सोच सकते हैं? लोग कैसे रह सकते हैं? सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा- छोटे बच्चों को इस मौसम में स्कूल जाना है, हम उन्हें इस प्रदूषण से कैसे बचाऐं। एम्स के डॉ गुलेरिया ने भी कहा कि हम बच्चों को प्रदूषण, महामारी और डेंगू के संपर्क में ला रहे हैं। इससे निपटने के लिए जरूरी कदम उठाना चाहिए।

दिल्ली के BJP अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा दिल्ली में प्रदूषण तेजी से बढ़ा, यह चिंता का विषय है। दिल्ली गैस चैंबर हो गई है। दिल्ली सरकार नाकामियों को छिपाने के लिए केंद्र और दूसरी सरकारों पर दोषारोपण कर रही है इससे बात नहीं बनेगी। पर्यावरण सेस से 1400 करोड़ रुपए इकट्ठा हुए, आपने क्या किया ?

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